सीए एवं अधिवक्ता अभिनव गर्ग
हिं.दै.आज का मतदाता नोएडा सीए एवं अधिवक्ता अभिनव गर्ग अपनी युवा सोच के साथ देश की वर्तमान व्यवस्था एवं अर्थव्यवस्था पर एक सवाल के जवाब में कहा कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की खूबसूरती के कारण सत्ता में है लेकिन अपनी अनुभव हीनता के कारण आज देश के कई करोड़ लोगों के रोजी-रोटी पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है दूसरे शब्दों में हम यह कह सकते हैं कि सरकार योजनाएं तो लेकर आती है लेकिन उसकी कामयाबी के लिए योजनाओं से संबंधित बुनियादी तैयारी नहीं कर पाती जिसके कारण पूरे देश में अनिश्चितता का माहौल है खास तौर पर आर्थिक क्षेत्र पटरी से उतर गया है इसे वापस लाने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा अभिनव गर्ग सीए होने के साथ-साथ एक अधिवक्ता भी है इसलिए सरकार की नोटबंदी और जीएसटी व्यवस्था पर सवाल के जवाब में कहा कि आम जनमानस के ऊपर बिना सलाह लिए दी गई ऐसी व्यवस्था साबित हुई जिसका परिणाम पूरा देशवासी भुगत रहा है और अपना वजूद तलाश रहा है आपने कहा इस व्यवस्था की मार पहले व्यक्ति विशेष पर पड़ती थी लेकिन हालात इस कदर बदतर हो गई है कि राज्य सरकार भी अपने कर्मचारियों का वेतन के लिए केंद्र की व्यवस्था को कोसने लगे तथा कई कर्मचारी अपनी वेतन पाने की राह देख रहे हैं अभिनव गर्ग ने एक बुनियादी सवाल के जवाब में कहा कि बैंकों द्वारा लोन देने की नीति कागजी कार्रवाई खाना पूर्ति होती है जिसके कारण एनपीए बढ़ रहे हैं इस क्षेत्र में पनप रहे भ्रष्टाचार को समाप्त करना होगा नहीं तो आज से भी बुरे परिणाम देखने को मिलेगा।पूर्व में निर्मला सीतारमण द्वारा 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज की उपयोगिता पर सवाल के जवाब में आप ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सबसे मजबूत कड़ी की चाबी बिल्कुल ही अनुभव हीन वित्त मंत्री सीतारमण की हाथ में सौंप रखी है और यह बात वर्तमान जीडीपी की नेगेटिव ग्रोथ से साबितहो गई है। अभिनव गर्ग ने देश को मुख्यधारा में पुनः स्थापित करने के लिए अपनी बात को आलोचना की बजाय समालोचना की अंदाज में कहा कि देश की आम जनमानस में बहुत शक्ति है यदि सही नेतृत्व मिले तो भारत देश हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा लेगा लेकिन देश को मोदी के अंध भक्तों से बचकर बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है।