इससे पहले अगस्त महीने में अहमदाबाद के एक निजी कोविड-19 अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगने के बाद आठ कोरोना मरीज़ों की मौत हो गई थी.
अहमदाबाद: गुजरात के राजकोट शहर में बृहस्पतिवार देर रात कोविड-19 अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से पांच मरीजों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए.
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में कोरोना वायरस से पीड़ित जिन 28 अन्य मरीजों का इलाज चल रहा था, उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया है.
दमकल विभाग के अधिकारी जेबी थेवा ने बताया कि मावडी इलाके के उदय शिवानंद अस्पताल के आईसीयू में बृहस्पतिवार देर रात करीब एक बजे आग लगी. यहां कुल 33 मरीज भर्ती थे, जिनमें से सात उस समय आईसीयू में भर्ती थे.
उन्होंने कहा, ‘हम आग लगने की जानकारी मिलते ही तुंरत मौके पर पहुंचे और 30 मरीजों को सुरक्षित वहां से निकाला. आईसीयू में भर्ती तीन मरीजों की वहीं मौत हो गई और अन्य दो ने थोड़ी देर बाद दम तोड़ दिया.’
उन्होंने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है. आग लगने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है. अधिकारी ने बताया कि वहां से बचाए गए मरीजों को कोविड-19 के अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, राजकोट सिटी पुलिस कमिश्नर मनोज अग्रवाल ने बताया कि हादसे में छह अन्य मरीज घायल हुए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि आग पर आधे घंटे के अंदर ही काबू पा लिया गया था.
राजकोट नगरपालिका आयुक्त उदित अग्रवाल ने कहा, ‘हमारी जानकारी के मुताबिक आईसीयू में चिंगारी फूटी थी जिससे आग लग गई. अस्पताल के कर्मचारियों ने पहले आग को बुझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह तेजी से फैल गई. बाद में उन्होंने अग्निशमन दस्ते को सूचना दी.’
राजकोट मेयर बीना आचार्य ने कहा कि अस्पताल में आग बुझाने के सारे उपकरण मौजूद थे, साथ ही समय पर अग्निशमन दस्ते को सूचित कर एक बड़े जानमाल की हानि को रोका जा सका.
रिपोर्ट के मुताबिक, उदय शिवानंद कोविड-19 अस्पताल का संचालन गोकुल लाइफ केयर प्रा. लि. के द्वारा किया जाता है. यह एक निजी संस्था है जिसके कई अस्पताल गोकुल ब्रांड के नाम से चलाए जाते हैं.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस दुर्घटना पर शोक जताया और मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की. साथ ही उन्होंने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल में आग लगने से हुई जान-माल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि प्रशासन प्रभावितों की हरसंभव सहायता करेगा.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रधानमंत्री के हवाले से ट्वीट किया, ‘राजकोट में अस्पताल में आग लगने से हुई जनहानि से बेहद दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वालों के साथ हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता सुनिश्चित कर रहा है.’
बता दें कि इससे पहले अगस्त महीने में अहमदाबाद के एक निजी कोविड-19 अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगने के बाद आठ कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी.
अहमदाबाद में नवरंगपुर इलाके के श्रेय अस्पताल के आईसीयू वार्ड में आग लगी थी. इस हादसे के वक्त अस्पताल में 40-45 मरीज यहां भर्ती थे. मृतकों में पांच पुरुष और तीन महिलाएं शामिल थीं.