नई दिल्ली, : पेट्रोल और डीजल की कीमत एक बार फिर से बढ़ सकती है. जोकि आम लोगों के लिए चिन्ता का विषय है. लोगों का मानना है कि उच्च टैक्स की वजह से देश में तेल की कीमत अधिक है. ऐसे में अब कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड सोमवार को 75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंच गया. यह ग्राहकों के लिए चिंता की बात है क्योंकि अगर कच्चा तेल और महंगा होता है तो आने वाले दिनों में तेल की कीमत तीन रुपये तक बढ़ सकती है.
इस सप्ताह कच्चा तेल 75.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. जबकि एक महीने पहले यह 69.03 डॉलर पर था. इस तरह इसमें 9.1 फीसदी का इजाफा हुआ है. दरअसल कोरोना के नए मामलों में आ रही गिरावट और टीकाकरण की बढ़ती रफ्तार से आर्थिक गतिविधियां दोबारा खुली हैं. ऐसे में तेल की मांग भी तेजी से बढ़ रही है, जिससे कच्चे तेल की कीमत आसमान छू रही है. आम लोग और विपक्ष इसका विरोध कर रहे हैं.
मालूम हो कि जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद साफ हो गया कि फिलहाल पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में नहीं लाया जाएगा. 45वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसमें लिए गए फैसलों की जानकारी दी. एक जुलाई 2017 को जब जीएसटी लागू हुआ था तो केंद्र व राज्य सरकारों ने अपने राजस्व के मद्देनजर कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोल, डीजल और एटीएफ को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा था. इस पर केंद्र सरकार व राज्य सरकारें अपने-अपने यहां अलग-अलग कर लगाती हैं और उससे आने वाला पैसा सरकारी खजाने में जाता है.आज इतनी है पेट्रोल-डीजल की कीमत