गाजियाबाद गाजियाबाद टैक्सेशन बार के संयुक्त सचिव एडवोकेट अरविंद गुप्ता ने एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत कहा कि आज तक के इतिहास में पेट्रोल और डीजल कभी भी इतने महंगे नहीं थे आज इनकी कीमतें आसमान छू रहे हैं, आपने कहा कि तकरीबन 2 वर्षों से करोना का प्रकोप और बढ़ती बेरोजगारी की दर तथा कारोबारियों का दिन प्रतिदिन कारोबार के प्रति रुचि का कम होना एक यथार्थ और सच्चाई है, जबकि बड़ी-बड़ी ऑटो इकाई से लेकर हर क्षेत्र की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट वर्तमान परिपेक्ष में बंद होती जा रही हैं जिससे कार्यरत उस यूनिट से सीधे कर्मचारी के अलावा उसको रॉ मैटेरियल सप्लाई करने वाले अनेक छोटे-छोटे औद्योगिक इकाई और उसके कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं, जिसके कारण आम आदमी की कमाई कम हो गई है उसके आय का साधन धीरे-धीरे कम होता जा रहा है , ऐसी स्थिति में पेट्रोल और डीजल एक ऐसी वस्तु है जिससे कि बहुत सारे उत्पादक वस्तुओं का मूल्य निर्धारण होता है और आम लोगों के यातायात का पेट्रोल और डीजल मुख्य बिंदु भी है, इसलिए सरकार पेट्रोल और डीजल को शीघ्र जीएसटी के अंदर शामिल करें, एडवोकेट अरविंद गुप्ता ने कहा कि यदि पेट्रोल और डीजल जीएसटी के अंतर्गत शामिल हो जाते हैं तो पेट्रोल और डीजल का दाम कम होगा जिससे आम नागरिकों की जेब में थोड़ी राहत मिलेगी, आपने कहा कि सरकार पेट्रोल और डीजल को महत्वपूर्ण वस्तुओं में शामिल करते हुए शीघ्र निर्णय लें और जल्द से जल्द पेट्रोल और डीजल को जीएसटी सूची में शामिल करें।