कई अखबारों में इस पूरी घटना का जिम्मेदार किसानों प्रदर्शनकारियों को बताया गया है।
जबकि केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अजय मिश्रा qके बेटे आशीष मिश्रा को किसानों पर गाड़ी चलाते और उन पर गोलियां चलाते वहां पर मौजूद एक सिपाही ने भी देखा है।
कई न्यूज़ चैनलों पर इस घटना में मारे गए किसानों पर खबरों को तोड़ मरोड़ कर प्रकाशित किया जा रहा है।इस मामले में भाजपा समर्थक मीडिया का सोशल मीडिया पर भी विरोध हो रहा है।कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि“उन चैनलों के नाम याद रखियेगा जिनके लिये 8 किसानों की लाशों से ज्यादा वज़नदार 8 ग्राम ड्रग्स है।#किसान_हत्यारी_भाजपा
कई न्यूज़ चैनल किसानों की छवि खराब करने के लिए इस तरह की खबरें छाप रहे हैं कि किसानों के उपद्रव के कारण लखीमपुर खीरी में हिंसा हुई है।
यहाँ तक कि कई न्यूज़ चैनल टीआरपी बटोरने के लिए इसी मुद्दे पर कवरेज कर रही है।
कई न्यूज़ चैनलों ने इस मामले में डिबेट शो भी चलाएं हैं। जबकि लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों पर कोई चर्चा नहीं की गई।
आपको बता दें कि इस मामले में आरोपी पाए जाने वाले भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने धारा 302, 120बी और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।