अमित शाह की कश्मीर यात्रा- एक विश्लेषण

 

अजीत श्रीवास्तव
 गाजियाबाद हिंदी दैनिक आज का मतदाता धारा 370 हटने के बाद जिस तरह से जम्मू कश्मीर में विकास कार्य तेजी के साथ हो रहे हैं I घाटी में आम जन जीवन पटरी पर आ रहा है I पत्थरबाजी की घटनाएँ तो घाटी में समाप्त हो ही गई साथ ही केंद्र सरकार व सेना की आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी घाटी में आतंकवाद के खात्मे के लिए दृढ़संकल्प है I केंद्र सरकार की पुरजोर कोशिश है कि विस्थापित कश्मीरी पंडितों को फिर से घाटी में बसाया जाए I मोदी सरकार की प्राथमिकता है कि घाटी में ज्यादा से ज्यादा निवेश आए और वहाँ के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित हों I लेकिन पाकिस्तान और अलगाववादी ताकतों को पहले तो 370 का हटना और फिर इस तरह के परिवर्तन बहुत ही तकलीफ दे रहे थे और इसी कारण आतंकवादी संगठनों ने कुछ दिन पहले घाटी में टारगेट किलिंग के तहत बाहरी राज्यों के गरीब गैर मुस्लिम निर्दोष मजदूरों को अपना निशाना बनाया और उनकी निर्ममता के साथ हत्या की I वो गरीब निर्दोष मजदूर जो दूसरे राज्य से आकर अपने परिवार के लिए रोजी रोटी कमा रहे थे और नए जम्मू कश्मीर के निर्माण में अपना योगदान दे रहे थे I इस घटना के बाद हमारे देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार की नीतियों को गलत ठहराना शुरू कर दिया और यहां तक कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर को 25 साल पीछे धकेल दिया जब आतंकवाद अपने चरम पर था और 370 हटाने के फैसले को भी गलत ठहराया I लेकिन इन्हीं पार्टियों ने बांग्लादेश में हुए हिन्दू विरोधी दंगों पर एक शब्द नहीं बोला I

ऐसी परिस्थिति में गृहमंत्री अमित शाह का जम्मू कश्मीर दौरा बेहद अहम हो जाता है I अमित शाह ने अपने इस दौरे में कश्मीर की आम जनता के साथ संवाद करके आम कश्मीरियों में विश्वास जगाने का काम किया है I जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने संबोधन मंच पर लगे बुलेट प्रूफ सुरक्षा कवच को भी हटवा दिया और आम कश्मीरी को यह एहसास दिलाया कि वहाँ कोई डर का माहौल नहीं है और घाटी में अमन शांति कायम है I ऐसा करना कोई साधारण बात नहीं थी,यह एक ओर जहां दहशतगर्दों के लिए एक साफ संदेश था कि अब घाटी में किसी को डरा कर आतंक का राज नहीं जमाया जा सकता तो दूसरी ओर अपनी सरकार,सेना और स्वयं की अटूट इच्छाशक्ति का प्रदर्शन I शाह ने जहां शहीद जवानों के परिजनों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया वहीं पुलवामा CRPF कैंप में एक रात गुजार कर उनके सामने आ रही चुनौतियों को साझा किया I शाह के सम्मान में  डल झील मेँ आयोजित साँस्कृतिक समारोह यह एहसास दिला रहा था कि अब कश्मीर में टूरिज्म का कारोबार पुन: जीवित हो गया है I इसी कड़ी में UAE ने घाटी में बड़ा निवेश किया है और अब शारजाह से सीधी फ्लाइट घाटी के लिए उड़ान भरेगी I 370 हटने के बाद से 12000 करोड़ का निवेश जम्मू कश्मीर में आ चुका है और केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि 2022 के अंत तक 51000 करोड़ का निवेश जम्मू कश्मीर में आ जाये I शायद इतना निवेश जम्मू कश्मीर में पिछले 70 सालों में नहीं आयाI  शाह की यात्रा के दौरान ही JSW STEEL कम्पनी ने 150 करोड़ की लागत से जम्मू कश्मीर में स्टील प्लांट लगाने का ऐलान किया है I अब घाटी में 370 का समर्थन करने वाले उन परिवारों को जो अब वहां राज करते आए थे इसका जवाब कश्मीरी जनता को देना होगा I
कुल मिलाकर शाह की इस यात्रा ने आम कश्मीरियों के दिल में यह विश्वास दिलाया है कि आने वाला समय अमन और शांति से भरा होगा I विकास के पथ पर जम्मू और कश्मीर जो राह पकडी है, हर युवा कश्मीरी के पास भविष्य में रोजगार होगा और राष्ट्र निर्माण में घाटी का अहम योगदान होगा I

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