फर्रुखाबाद जिला जेल में बंदी की मौत,आक्रोशित कैदियों ने जेलर पर किया हमला,30 पुलिसकर्मी घायल

 


फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिला जेल में एक बंदी की कोविड-19 से मौत हो गयी. जिससे आक्रोशित होकर जेल में बंदियों ने पथराव कर कई जगह आग लगा दी. वहीं आग लगने की वजह से जेल में अलार्म बजा दिया गया. इस संघर्ष में डिप्टी जेलर समेत 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए. उन्हें लोहिया अस्पताल भेजा गया है. गुस्साए बंदियों ने डिप्टी जेलर शैलेश कुमार सोनकर पर भी हमला कर जमकर मारपीट की.

दरअसल, बंदियों का आरोप है कि बंदी संदीप को समय से इलाज नहीं मिला, इसलिए उसकी मौत हो गई. दिवाली के दिन सही भोजन न दिए जाने का भी बंदियों ने आरोप लगाया है. पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मेरापुर थाना क्षेत्र निवासी संदीप हत्या के मामले में जिला जेल में बंद था. हालत बिगडऩे पर उसे सैफई रेफर किया गया था. उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इसकी जानकारी मिलने पर बंदी आक्रोशित हो गए.सुबह पहले बंदियों ने चाय लेने से मना कर दिया और हंगामे के साथ आगजनी शुरू कर दी. सुरक्षाकर्मियों के सख्ती करने पर बंदी और भड़क गए जिसके बाद बवाल बढ़ गया. इस दौरान बंदियों ने सुबह जेलर पर हमला हर दिया. जेल से तीन गोलियां चलने की आवाज आई हैं. इस बवाल में जिला जेल के डिप्टी जेलर शैलेश समेत 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. केवल एक बंदी शिवम घायल हुआ है उसे इलाज के लिए भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने स्थिति नियंत्रण के लिए फायरिंग की है. इस दौरान एक बंदी को गोली लगी है. सिपाही की आंख में भी चोट आई है. बवाल के करीब दो घंटे बाद आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए पुलिस अंदर प्रवेश कर पायी, जिसके बाद अफसर जेल के अंदर पहुंचे, लेकिन बवाल तब भी चलता रहा. अंदर पहुंचे अफसरों ने बंदियों को समझाया तो कई देर बाद बवाल थमा.यूपी डीजी जेल आनंद कुमार का कहना है कि, फर्रुखाबाद जिला जेल में एक बंदी की कोविड-19 से मृत्यु के पश्चात जेल के बंदियों द्वारा आक्रोशित होकर सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाई गई है. हल्का पथराव और कंबल एवं चादरों को आग में जलाया गया है. वर्तमान में जिला प्रशासन के सहयोग से हालात पर नियंत्रण पा लिया गया है. बंदियों को अपनी-अपनी बैरक में भेज कर स्थिति को शांत कर लिया गया है. घटना की जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

टिप्पणियाँ
Popular posts
परमपिता परमेश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें, उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व समस्त परिजनों व समाज को इस दुख की घड़ी में उनका वियोग सहने की शक्ति प्रदान करें-व्यापारी सुरक्षा फोरम
चित्र
पीपल, बरगद, पाकड़, गूलर और आम ये पांच तरह के पेड़ धार्मिक रूप से बेहद महत्व
चित्र
भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति में भी ब्राह्मणों के बलिदान का एक पृथक वर्चस्व रहा है।
चित्र
ब्रिटेन की नई हुकूमत के समक्ष चुनौतियों की भरमार?
चित्र
अहमदाबाद: 17 किलोमीटर लंबी रथ यात्रा, एक लाख साड़ियां और...अमित शाह