नई दिल्ली/मुंबई : महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी के ठीक एक दिन बाद आयकर विभाग ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पांच सम्पत्तियों को जब्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है. इन सम्पत्तियों की कीमत एक हजार करोड़ से ज्यादा की अनुमानित है.
इनकम टैक्स ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अजित पवार की तकरीबन एक हजार करोड़ रुपये की ऐसी संपत्तियों को सीज किया है. इसका कनेक्शन सीधे तौर पर पवार से है. इनकम टैक्स के सूत्रों के मुताबिक ये कार्रवाई विभाग ने बेनामी एक्ट के तहत की है. यानी इनकम टैक्स विभाग की शुरुआती तफ्तीश के दौरान मिले कई सबूतों और दस्तावेजों के आधार पर बने रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई थी कि गलत तरीके यानी अवैध तौर पर अर्जित पैसों से कई बेनामी संपत्तियों में निवेश किया गया. इसी वजह से इस प्रॉपर्टी को फिलहाल सीज कर लिया गया है.
अजित पवार लंबे समय से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रडार पर हैं. पिछले महीने 7 अक्टूबर को भी इनकम टैक्स विभाग ने तकरीबन 70 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी. केंद्रीय एजेंसी की ओर से दो रियल एस्टेट ग्रुप और उनके रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सामने आई थी, इस सम्पत्ति का कोई हिसाब नहीं था, जिसके बाद विभाग की ओर से उनकी सम्पत्ति जब्त करने का आदेश जारी किया गया है.