लगता है कांग्रेस हमारे साथ गठबंधन नहीं करना चाहती: अखिलेश यादव

 


मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश दौरे पर गए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि हमने यह सोचने में ग़लती कर दी थी कि इंडिया गठबंधन आगामी राज्य चुनावों के लिए भी है. ऐसा लगता है कि कांग्रेस इन चुनावों में सहयोगी के रूप में लड़ना नहीं चाहती है. जहां तक सपा का सवाल है, हम पिछली बार से अधिक सीटें जीतेंगे.नई दिल्ली: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत टूटने और उसके बाद संबंधों में आई खटास के मद्देनजर विपक्ष के ‘इंडिया गठबंधन’ में कथित दरार की बातें उभरने लगी हैं. इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीते सोमवार (6 नवंबर) को दावा किया कि कांग्रेस उनके दल के साथ गठबंधन नहीं करना चाहती है.सोमवार को मध्य प्रदेश के कटनी के दौरे के दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि कांग्रेस हमारे साथ साझेदारी नहीं करना चाहती है. आपने उन्हें आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए भी देखा होगा. जो (इंडिया) गठबंधन में भागीदार भी है.’उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के पास छोटी पार्टियों को एकजुट करने और विपक्षी एकता का संदेश देने का मौका था. उन्हें लगता है कि लोग उनके साथ हैं. अब पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) उन्हें करारा जवाब देगी.’

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्गों, दलितों और अल्पसंख्यकों तक पहुंचने के लिए अखिलेश ने पीडीए साइकिल रैली शुरू की. अखिलेश यादव चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जिसका समापन मंगलवार को होगा.

समाजवादी पार्टी ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 72 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. पार्टी ने बहोरीबंद, मुरवारा, विजयराघवगढ़ और बड़वारा सहित कटनी जिले के सभी निर्वाचन क्षेत्रों से अपने उम्मीदवार उतारे हैं.इससे पहले रविवार (5 नवंबर) को इंडिया गठबंधन के भीतर दरार को और गहरा करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर कटाक्ष कर उन पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था.

रविवार को मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘भाजपा वही कर रही है जो कांग्रेस ने सत्ता में रहने के दौरान किया था. उन्होंने विपक्ष के खिलाफ ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया. हालांकि, कांग्रेस की सत्ता चली गई और देश पर उसकी पकड़ कमजोर हो गई, भाजपा की भी इसी तरह हो  जाएगी.’

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत टूटने के बाद कांग्रेस के साथ मतभेद पर अखिलेश ने कहा, ‘शायद, मैं यह सोचने में गलती कर रहा था कि विपक्षी गठबंधन आगामी राज्य चुनावों के लिए भी है. हालांकि, ऐसा लगता है कि कांग्रेस इन चुनावों में सहयोगी के रूप में लड़ना नहीं चाहती है. जहां तक हमारी पार्टी (सपा) का सवाल है, मुझे विश्वास है कि मध्य प्रदेश की जनता हमारा समर्थन करेगी और हम पिछली बार से अधिक सीटें जीतेंगे.’कई चुनावी राज्यों में जाति जनगणना के वादे पर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह कांग्रेस ही है, जिसने जाति आधारित जनगणना कराने में बाधाएं डालीं. ये वही लोग हैं, जिन्होंने मंडल आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन में बाधाएं पैदा कीं और उनके लिए अब जाति जनगणना के बारे में बात करना हास्यास्पद है. यहां तक कि भाजपा, जो हमेशा आरक्षण के खिलाफ खड़ी रही है, अब इसके बारे में बात कर रही है.’

समाजवादी पार्टी और कांग्रेस विपक्षी गठबंधन – भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) में भागीदार हैं.

इससे पहले शुक्रवार (3 नवंबर) को अखिलेश ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए उस पर इंडिया गठबंधन को धोखा देने का आरोप लगाया था.

शुक्रवार को मध्य प्रदेश के छतरपुर दौरे पर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, ‘मध्य प्रदेश के लोग हाल की घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और अब जानते हैं कि अगर किसी ने गठबंधन को धोखा दिया है, तो वह कांग्रेस है. हालांकि, गठबंधन को आगे बढ़ाने पर आगे की चर्चा लोकसभा चुनाव से पहले की जाएगी.’

  • उन्होंने कहा था, ‘पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) की ताकत एनडीए पर हावी रहेगी.’

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