गाजियाबाद पटेल नगर आशीर्वाद चेस्ट सेंटर एक संक्षिप्त वार्ता के अंतर्गत अनुभवी और लोकप्रिय चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर आशीष अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में जो एनसीआर का सबसे बड़ा दोष है वह यह है कि इस एनसीआर में पोल्यूटेड हवा पूरे देश से सबसे ज्यादा है जिससे कि बच्चे और बुजुर्ग बहुत ज्यादा प्रभावित होते हैं और उनके अंदर दमा जैसी बीमारियों का पाया जाना ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है! डॉक्टर आशीष अग्रवाल ने कहा कि अगर हम साधारण भाषा में अपनी बात को कहें तो एक व्यक्ति अगर 10 या 15 सिगरेट पीता है उसे उसके फेफड़ों को उसकी छाती को उतना नुकसान नहीं पहुंचेगा जितना वर्तमान में गाजियाबाद की जो पोल्यूटेड हवा से उसे उसकी छाती को नुकसान पहुंचेगा, ऐसी स्थिति में मेरा सभी नागरिकों से यही अपील है कि पोल्यूटेड वाले स्थान को ध्यान में रखते हुए मास्क का उपयोग करें, देखा यही जाता है कि इस पॉल्यूशन का असर बच्चों, बुजुर्गों और खासतौर से गर्भवती महिलाओं पर ज्यादा पड़ता है इसलिए बचाव ही इलाज की सबसे पहली कड़ी है, डॉ आशीष अग्रवाल ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार से यह मांग की है की स्वास्थ्य क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए एनसीआर जैसे क्षेत्र जहां पर लाखों नौकरी करने वाले लोग , व्यापारी और पढ़ाई कर रहे युवा रहते हैं उनके स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों से पॉल्यूशन को रोकने के लिए कोई व्यापक और बड़ा प्रयास किया जाए जिससे कि इन बीमारियों के प्रभाव को कम किया जा सके